Tag: आम आदमी पार्टी
‘इतने बड़े स्तर पर ईवीएम हैकिंग संभव नहीं लगती’
दिल्ली विधान सभा में ईवीएम हैकिंग के प्रदर्शन का सीधा प्रसारण करा कर आम आदमी पार्टी ने ईवीएम को फिर से संदेह के घेरे में लाने का प्रयास किया है। देश मंथन ने इस मुद्दे पर कंप्यूटर क्षेत्र और आईटी कानूनों के जानकार पवन दुग्गल से बातचीत की। उनका मानना है कि तकनीकी रूप से तो किसी भी कंप्यूटर उपकरण की हैकिंग संभव है, लेकिन ईवीएम में इतने व्यापक स्तर पर हैकिंग व्यावहारिक रूप से संभव नहीं लगती है। प्रस्तुत है पवन दुग्गल से यह बातचीत।
कुमार विश्वास, अगर आपमें दम है, तो दिल्ली में सरकार बनाकर दिखाएं
अभिरंजन कुमार, पत्रकार :
कुमार विश्वास सैनिकों की बात करते हैं और सैनिक कभी मैदान छोड़कर नहीं भागते। इसिलए अगर उनमें दम है, तो केजरीवाल से इस लड़ाई को वे जीतकर दिखाएं। और अगर दम नहीं है, तो उनका हश्र भी वही होने वाला है, जो इस पार्टी में दूसरे तमाम को-फाउंडर्स का हुआ है।
क्या एमसीडी चुनाव में फिर समर्पण करेगी कांग्रेस?
राजीव रंजन झा :
दिल्ली के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस ने तश्तरी में रख कर अरविंद केजरीवाल को सत्ता परोस दी थी।
एमसीडी चुनाव में हार का बहाना तैयार कर रहे हैं केजरीवाल?
राजीव रंजन झा :
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि चुनाव आयोग अब वापस कागजी मत-पत्र (बैलट पेपर) के युग में नहीं लौटेगा और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का ही इस्तेमाल होगा।
तो अब सिद्धू भैया का करिहैं…
संदीप त्रिपाठी :
नवजोत सिंह सिद्धू अब क्या करेंगे? पूर्व क्रिकेटर, कमेंटेटर, कॉमेडी शो जज और भाजपा नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उनकी पत्नी नवजोत कौर सिद्धू, जो पंजाब में भाजपा विधायक और संसदीय सचिव थीं, उन्होंने भी अपने पदों से इस्तीफा दे दिया है। हालाँकि अभी इन दोनों ने भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा नहीं दिया है लेकिन इनके आम आदमी पार्टी में जाने के कयास खूब लग रहे हैं। सवाल यह है कि अब सिद्धू क्या करेंगे?
दूसरे करें तो रासलीला, ‘आप’ करे तो कैरेक्टर ढीला
संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन :
दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को संसदीय सचिव बना कर उनके लाभ की कथित व्यवस्था करने के आरोपी अरविन्द केजरीवाल से उम्मीद की जा रही है कि वे अपने विधायकों का इस्तीफा करवा दें और चुनाव हो जाने दें।
उफ्फ टोपी, हाय टोपी
पुराणिक, व्यंग्यकार :
अभी कांग्रेस का स्थापना दिवस मनाया गया, कई नेता गाँधी टोपी में थे, बहुत अश्लील लग रहे थे। पर उनसे ज्यादा वह टोपी अश्लील लग रही थी।
मीडिया में नही है नियमित और सुकून की नौकरी
संजय कुमार सिंह, संस्थापक, अनुवाद कम्युनिकेशन :
मीडिया में ऐसा नहीं है कि अगर आपने एक स्तरीय मीडिया संस्थान में नौकरी शुरू की, अच्छा काम करते हैं, योग्य हैं तो उसी में रहेंगे, समय के साथ आपको तरक्की मिलती रहेगी और आप संतुष्ट या असंतुष्ट रहकर भी उसी में नौकरी करते हुए रिटायर हो जाएँ। अमूमन ऐसा देखने मे नहीं आता है – कुछेक अपवाद जरूर होंगे।
ऊधमी छोकरा, षोडशी सुंदरी और गैंडा
आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
लंबे समय से व्यंग्य लिखते हुए एक अनुभव आया कि फेसबुक, ट्विटर पर छपे व्यंग्य पर हासिल प्रतिक्रियाएँ त्वरित और कई बार असंतुलित होती हैं।
दिल पे ना लें
आलोक पुराणिक, व्यंग्यकार :
आम आदमी पार्टी में कई मित्र हैं, बहुत से मित्र परेशान हैं, कुछ का कहना है कि अब केजरीवाल का पतन शुरू हो जायेगा।