विरासत – पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय में दो लोकोमोटिव

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विद्युत प्रकाश मौर्य, वरिष्ठ पत्रकार:  

हाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे का मुख्यालय है। यह एक नया जोन है। शहर के रामाशीष चौक पर इसका मुख्यालय बना है। मुख्यालय के अंदर दो स्टीम लोकोमोटिव को लोगों के दर्शन के लिए लगाया गया है।

पर मुश्किल है कि इन लोकोमोटिव के साथ इनका कोई परिचय नहीं लिखा गया है। वैसे रेल भवन बड़ौदा हाउस आदि के बाहर स्थित लोकोमोटिव के साथ उनका परिचय लिखा गया है। इससे रेलवे का इतिहास समझने में जिज्ञासु लोगों को आसानी होती है। ईसीआर 1996 में जोन बना, अब इसका मुख्यालय भवन शानदार बन गया है। पुरानी बिल्डिंग और नई बिल्डिंग के बीच में एक सुंदर पार्क भी बन गया है।

डेहरी से आया जंग 12796 स्टीम लोकोमोटिव

हाजीपुर में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय में एक और रेलवे इंजन लोकोमोटिव देखने को मिलता है। वह काफी अच्छे हाल में दिखाई देता है। यह है जंग 12796 स्टीम लोकोमोटिव। 

यह ब्राडगेज का स्टीम लोकोमोटिव है जिसे डेहरी ऑन सोन स्थित रोहतास इंडस्ट्रीज के ब्राडगेज शेड से यहां लाकर स्थापित किया गया है। जंग 12796 जर्मनी में 1957 का बना हुआ स्टीम लोकोमोटिव है। यह पहियों के लिहाज से 0-6-0टी श्रेणी का है। वैसे तो डेहरी रोहतास लाइट रेलवे एक नैरोगेज रेलवे सिस्टम था, पर रोहतास इंडस्ट्रीज के पास ब्राडगेज का भी शेड था। इन लोकोमोटिव का इस्तेमाल रोहतास इंडस्ट्रीज के डालमियानगर स्थित कारखाने से डेहरी रेलवे स्टेशन तक मालगाड़ी के डिब्बों को खींचने के लिए होता था। साल 2008 में रोहतास इंडस्ट्रीज का सारा स्क्रैप भारतीय रेलवे ने खरीद लिया था। उसके बाद इस लोकोमोटिव को हाजीपुर लाकर स्थापित किया गया है। 

रोहतास इंडस्ट्रीज का एक लोकोमोटिव मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के बाहर भी स्थापित किया गया है। रोहतास इंडस्ट्रीज के पास कुल सात ब्राडगेज स्टीम लोकोमोटिव थे जिसमें 4 जंग कंपनी द्वारा निर्मित थे। रोहतास इंडस्ट्रीज के बंद हो जाने के बाद भी जंग द्वारा निर्मित 4 में से तीन लोकोमोटिव बहुत अच्छे हाल में थे। हाजीपुर में इन दिनों प्रदर्शित जंग 12796 भी काफी अच्छे हाल में नजर आता है।

जर्मनी की कंपनी जंगेनथाल (JUNGENTHAL)  द्वारा निर्मित यह लोकोमोटिव स्टीम के बेहतरीन लोकोमोटिव में शुमार है। जंगेनथाल ने 1885 में स्टीम इंजन का निर्माण आरंभ किया था। 1913 में कंपनी का नाम एर्नाल्ड जंगेनथाल लोकोमोटिव रखा गया। 1976 में इस कंपनी ने लोकोमोटिव का निर्माण बंद कर दिया। रोहतास इंडस्ट्रीज से ही लिए गए जंग के दूसरे लोकोमोटिव जंग 12797 को समस्तीपुर रेलवे स्टेशन के बाहर संरक्षित कर प्रदर्शित किया गया है। रोहतास इंडस्ट्रीज ने संभवतः अपने अच्छे दिनों में इन लोकोमोटिव को अपनी जरूरतों के लिए खरीदा था। हालांकि कंपनी ने ज्यादातर लोकोमोटिव सेकेंड हैंड खरीदे थे लेकिन जंग के लोकोमोटिव को नया खरीदा प्रतीत होता है।

नौरो गेज का स्टीम लोकोमोटिव 

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्यालय के मुख्य भवन रेल निकेतन के सामने बने पार्क के ठीक बाहर एक नैरो गेज का लोकोमोटिव आराम फरमा रहा है। यह लोकोमोटिव पहिए के लिहाज से 2-4-0 श्रेणी का लगता है। इसके बॉडी पर कहीं इसकी कंपनी का नाम और नंबर नहीं नजर आ रहा है। इसलिए इसके बारे में विशेष जानकारी जुटा पाना मुश्किल लग रहा है। ईसीआर के वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी जुटा कर यहां एक बोर्ड लगाना चाहिए।

(देश मंथन,  30 मार्च 2017)

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